नई अरणी ग्रामवासियों ने शराब ठेका हटाने की मांग को लेकर एसडीएम को ज्ञापन दिया

Update: 2025-11-10 12:27 GMT

शाहपुरा(किशन वैष्णव)उपखंड के ग्राम नई अरणी के ग्रामीणों ने सोमवार को उपखंड अधिकारी सुनील कुमार मीणा को ज्ञापन सौंपकर गांव में बाईपास बालाजी वाटिका के पास स्थित देशी व अंग्रेजी शराब के ठेके को तत्काल हटाने की मांग की।ज्ञापन में ग्रामीणों ने उल्लेख किया कि यह ठेका बाईपास मार्ग से मात्र दो सौ मीटर की दूरी पर आबादी क्षेत्र के पास संचालित हो रहा है, जिससे आए दिन असामाजिक गतिविधियां बढ़ती जा रही हैं। शराबी लोगों द्वारा महिलाओं को भद्दी-भद्दी गालियां दी जाती हैं, उन्हें परेशान किया जाता है और छेड़छाड़ तक की घटनाएं घट रही हैं।ग्रामीणों ने बताया कि यह ठेका सड़क से बिलकुल पास है, जिससे शराब पीकर वाहन चलाने वाले लोगों के कारण हादसों का खतरा बढ़ गया है। अब तक इस क्षेत्र में करीब दस बड़ी सड़क दुर्घटनाएं हो चुकी हैं। हाल ही में 8 नवंबर 2025 को भी ठेके के समीप एक गंभीर हादसा हुआ था, जिसमें एक व्यक्ति की जान चली गई। ग्रामीणों ने कहा कि दुर्घटना के बाद उन्होंने मौके पर ही संबंधित अधिकारियों को बुलाकर ठेका हटाने का अनुरोध किया था, जिस पर पुलिस ने आश्वासन दिया था कि ठेका हटा दिया जाएगा, लेकिन कई दिन बीत जाने के बावजूद अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है।

नियमों की उड़ाई जा रही धज्जियां..क्यों कार्यवाही नहीं होती..

आबादी क्षेत्र और बाईपास के नजदीक शराब का ठेका खुला रहना नियमों के खिलाफ है। राजस्थान आबकारी नियम 1956 के नियम संख्या 75 के अनुसार किसी भी शराब के ठेके को राष्ट्रीय या राज्य मार्ग (हाईवे) से कम से कम 150 मीटर से 500 मीटर की दूरी पर होना चाहिए। उच्चतम न्यायालय के निर्देशों में भी स्पष्ट कहा गया है कि छोटे कस्बों और ग्रामीण इलाकों में यह दूरी न्यूनतम 220 मीटर रखी जानी चाहिए। नई आरसी का यह ठेका बाईपास मार्ग से लगभग 200 मीटर के भीतर स्थित है, जो इन मानकों का सीधा उल्लंघन प्रतीत होता है।

शाहपुरा ग्रामीण क्षेत्र में एक लाइसेंस पर अनेक दुकानें,अवैध बिक्री..क्यों कार्यवाही नहीं..

शाहपुरा तहसील क्षेत्र में शराब के धंधे अनियंत्रित रूप से फैलते जा रहे हैं। एक दुकान के लाइसेंस पर कई दुकानों से शराब बिक्री की जा रही है और यह कारोबार आधी रात तक खुलेआम संचालित होता है, लेकिन आबकारी विभाग और पुलिस प्रशासन इस पर पूरी तरह मौन है।आजकल आबकारी विभाग तो जैसे गुमशुदा हो गया हो, क्षेत्र में उसकी कोई मौजूदगी ही नहीं दिखती।

ग्रामवासियों ने प्रशासन से मांग की है कि नई आरसी बाईपास पर संचालित यह ठेका तत्काल प्रभाव से हटाया जाए और भविष्य में आबादी क्षेत्र या मुख्य सड़कों के किनारे किसी भी प्रकार का शराब ठेका स्वीकृत न किया जाए। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि जल्द कार्रवाई नहीं हुई तो वे सामूहिक आंदोलन करने को मजबूर होंगे, जिसकी पूरी जिम्मेदारी प्रशासन और राज्य सरकार की होगी।ज्ञापन पर भारत लाल, गौतम वैष्णव, रमेश वैष्णव, धन्नाराम भील,नारायण भील,विठ्ठल शर्मा सहित ग्रामीण उपस्थित रहे।

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