सहकारी समितियाँ दुनिया के लिए एक आदर्श भारतीय संस्कृति व जीवनशैली की नींव

By :  prem kumar
Update: 2025-03-24 14:40 GMT
सहकारी समितियाँ दुनिया के लिए एक आदर्श  भारतीय संस्कृति व जीवनशैली की नींव
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 भीलवाड़ा बीएचएन। अंतर्राष्ट्रीय सहकारिता वर्ष 2025 के उपलक्ष में दी सेंट्रल कॉ—ऑपरेटिव बैंक शाखा—महुआ द्वारा सहकार से समृद्धि विषय पर संगोष्ठी का आयोजन किया गया l शाखा प्रबंधक विनीत माहेश्वरी ने अध्यक्षीय उद् बोधन में अंतर्राष्ट्रीय सहकारिता वर्ष—2025 की थीम "सहकारिता एक बेहतर दुनिया का निर्माण करती है" पर प्रकाश डालते हुए बताया कि वर्ष 2025 को सहकारिता वर्ष के रूप में मनाने का निर्णय समयानुकूल कदम है, यह देशभर के लाखों गरीबों और किसानों के लिए वरदान साबित होगा एवं किस तरह सहकारी समितियों ने स्वतंत्रता पूर्व व स्वतंत्रता प्राप्ति के बाद किसानों एवं देश के आमजन को आर्थिक व सामाजिक सशक्तिकरण दिया l कार्यक्रम में सहायक अधिशासी अधिकारी कल्याणमल मीणा, बैंकिंग सहायक सतीश मीणा ने केंद्र व राज्य के सहकारिता विभाग की और से सदस्य किसानों के लिए चलाई जा रही विभिन्न योजनाओं को विस्तार से बताते हुए योजनाओं का लाभ लेने हेतु प्रेरित किया l संगोष्ठी में सरथला, जीएसएस अध्यक्ष राधेश्याम कंजर व्यवस्थापक संजय शर्मा, चंद्रप्रकाश वैष्णव, राजेश गुर्जर,शंकर सुथार त्रिलोक साहू कैलाश पाराशर शिव नाथ व अन्य व्यवस्थापक व किसान उपस्थित थे l

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