साहित्य

आज
कीमत
वक्त
उसे अनंत आसमां को पा जाऊंगी
मतलब की सुने..
चाहत
.... फिर चोट हो गयी भिया। 
वो सबके दिल में रहता है
हाल-ए-अन्नदाता
हम मतदाता हैं…….!
उपलब्धि हिन्दोस्तान की
दुनिया का नंबर वन लापरवाह आदमी मैं ही हूं..