साहित्य

दिल की बात
ऊधम
आज
कीमत
वक्त
उसे अनंत आसमां को पा जाऊंगी
मतलब की सुने..
चाहत
.... फिर चोट हो गयी भिया। 
वो सबके दिल में रहता है
हाल-ए-अन्नदाता
हम मतदाता हैं…….!